शरीर कि कई समस्या को दूर करता है सिंघाड़ा (water chestnut )

सिंघाड़ा (water chestnut) एक प्राकृतिक फल है ।यह समुद्री वनस्पति है ।शरीर कि कई समस्या को दूर करता है सिंघाड़ा । इनकी खेती पानी में होती है। इसे इंग्लिश में   (water chestnut) कहते हैं। और हिंदी में इस पानी फल भी कहा जाता है। इसका वनस्पति नाम ट्रापा बिस्पीनोसा है।





किन-किन तरीकों से खा सकते हैं सिंघाड़े।

सिंघाड़े को सादे तरीके से उबालकर ऐसे बीच में से काट कर भी खा सकते हैं।

 इनको छिलके निकाल कर स्लाइस करके छोटे-छोटे इनकी सब्जी भी बना सकते हैं।

इसे पुलाव में डालकर भी खा सकते हैं।

सिंघाड़े तो सुख के इनका आटा भी बनाया जा सकता है।

सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाकर भी खा सकते हैं इस हलवे को ज्यादा दर्द उपवास में खाया जाता है।

सूखे हुए साबुन सिंघाड़े को भिगोकर भी खा सकते हैं।

सिंघाड़े को बहुत से टिप्स में उपयोग किया जाता है।

किस उम्र में सिंघाड़े खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है।

चाहे कोई भी उम्र हो। सिंघाड़े का सेवन हमारे शरीर के लिए सदैव लाभकारी माना गया है। इसका सही इस्तेमाल से किसी भी उम्र में आई कमजोरी को दूर करता है यह। खासकर हड्डियों के लिए एक वरदान की तरह है।

सिंघाड़ा ( water chestnut) है खनिज मिनरल्स का खजाना।

सिंघाड़े में  कॉपर, विटामिन बी 6,मैंगनीज,जिंक विटामिन बी ,विटामिन ए पोटेशियम, विटामिन सी ,कैल्शियम, प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं। यह खनिज तत्व आपको कहीं सारी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
सिंघाड़े के आटे के सेवन से बने हड्डियां मजबूत।

बढ़ती उम्र में जब हड्डियां कमजोर होने लगती है । यह हड्डियां कमजोर इसलिए होती है क्योंकि मैं कैल्शियम की कमी होने लगती है। ऐसे में कहीं सारी हड्डियों से जुड़ी परेशानियां होने लगती है।
अगर आप सिंघाड़े का आटा खाते हैं तो यह हड्डियों के लिए एक वरदान की तरह साबित होता है। क्योंकि सिंघाड़े के आटे में कैल्शियम पाया जाता है। और हड्डियों से झूडी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है।

सिंघाड़े खाने से ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल।

जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर है उन्हें सिंघाड़े को अपने डाइट में लेना चाहिए। क्योंकि इसमें पोटेशियम मौजूद होता है इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।

हार्ट को रखता है सुरक्षित।

सिंघाड़े में कैलोरी कम होती है। अगर सिंघाड़े को 100 ग्राम खाया जाए तो इसमें से 50% गैलरी मिलेगी। इसमें हाई प्रोटीन होता है। 10 ग्राम प्रोटीन है 100 ग्राम में। सिंघाड़े में हाई फाइबर की मात्रा होती है। सिंगड़ कोलेस्ट्रॉल को काम करता है। इसीलिए यह हार्ट को सुरक्षित रखता है। हाथ से जुड़ी बीमारियों को दूर रखता है।


सिंघाड़ा इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है। 

सिंघाड़े को वैसे तो कहीं प्रकार से उपयोग किया जा सकता है। इसमें सबसे अच्छी बात यहां है कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट है। जो आपके इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है। कैंसर से आपको दूर रखता है। हार्ट की प्रॉब्लम से दूर रखता है।

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