सर्दियों में इन चीजों पर नियंत्रण करके हार्ट को रखें हेल्दी। ( How To Keep Healthy Heart In Winter )

सर्दियों में हार्ट का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है। उन लोगों के लिए जिनको पहले से ही हार्ट प्रॉब्लम है या फिर हार्ट अटैक आया हुआ है। इसीलिए सर्दियों के मौसम में इन चीजों पर नियंत्रण करके हार्ट को हेल्दी रखने का सही तरीका बताने जा रहे हैं।

ठंड के मौसम में हवा में नमी कम होती है। हवा भी ज्यादा ठंडी होती है। यह ठंडी हवा हमारे शरीर पर पूरा प्रभाव भी डालती है। इसी वजह से शरीर का सही तापमान बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में उन लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है जिनका पहले से ही हार्ट संबंधित बीमारियां है। ठंड का मौसम ऐसे लोगों के लिए चुनौती पूर्ण होता है। शरीर का तापमान कम होने की वजह से शरीर में खून घाड़ा होने की समस्या होती है और हार्ट ब्लॉक जैसी समस्या भी होने का खतरा रहता है।







2016 में हावर्ड मेडिकल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार तापमान जैसे-जैसे कम होता जाता है, वैसे-वैसे हृदय संबंधी रोगों का जोखिम भी बढ़ता जाता है।

ठंड में किन कारणों से हार्ट अटैक आने के चांसेस ज्यादा हो जाते हैं।                                                            ( What is the reason of heart attack during winter )

ठंड के मौसम में जल्दी उठना। ठंड के मौसम में बाहर घूमने जाना। पानी कम पीना। एक ही बार में अत्यधिक भोजन कर लेना। अधिक भोजन करना।  तली हुई चीज खाना। ज्यादा चिंता करना। वजन बढ़ जाना। अल्कोहल और धूम्रपान का सेवन करना। नियमित एक्सरसाइज ना करना। ज्यादा  मीठी चीज खाना। बढ़ती हुई उम्र।

किन लोगों को हार्ट अटैक ज्यादा आता है। ( who has more heart attacks )

आजकल लोगों को किसी भी उम्र में हार्ट अटैक आ रहा है।
जिनको ब्लड प्रेशर से संबंधित बीमारी है। वे हार्ट अटैक आने के चांसेस ज्यादा रहते हैं। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है उन्हें भी यह समस्या होती है। जो धूम्रपान और शराब का  सेवन ज्यादा मात्रा में करते हैं उनके भी चांसेस ज्यादा हो जाते हैं हार्ट अटैक आने के। जिन लोगों को शुगर है और वह संतुलित नहीं रहता तो उन्हें हृदय संबंधित बीमारी हो सकती है। और जो लोग ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं तनाव में रहते हैं उन्हें भी हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। जिनकी खराब लाइफस्टाइल है उनका भी हार्ट संबंधित प्रॉब्लम ज्यादा रहता है। 

हृदय रोग कितने प्रकार होते हैं।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज।

जो धामनिया हृदय में खून का प्रभाव करती है इनमें वसा जमा हो जाता हैं। वसा जमा होने के कारण यह धमनियां संकरी हो जाती हैं।वह क्षतिग्रस्त हो जाती है ।

अतालता (अर्थिमिया)

अचानक दिल की धड़कन बढ़ जाना । यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और बहुत जोर से दिल की धड़कन चलने लगती है।


हार्ट इन्फेक्शन

हार्ट में किसी प्रकार का बैक्टीरिया जमा हो जाता है या इन्फेक्शन लग जाता है इससे हार्ट क्षतिग्रस्त होता है।


कार्डियोमायोपैथी 

यह एक ऐसी समस्या है जिसमें हार्ट की मांसपेशियां या तो बड़ी हो जाती है। या तो वह मोटी हो जाती है।

रूमेटिक हृदय रोग

इसमें हार्ट के वाल्व ( दीवारें) स्थाई रूप से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। जो की रूमेटिक फीवर (आमवाती)बुखार के कारण होता है।


एथेरोस्क्लेरोसिस

यह एक ऐसी समस्या है एक ऐसी चिकित्सा स्थिति है जिसमें हार्ट धामनिया सख्त हो जाती है।

जन्मजात हृदय दोष

इसमें रोगी को जन्म से ही हार्ट से संबंधित रोग होते हैं। हृदय संबंधित असामान्यताएं होती हैं। जैसे हार्ट में छेद होना।

हार्ट अटैक और हृदय रोग के लक्षण क्या-क्या है? ( heart attack symptoms in hindi )

हृदय रोग के लक्षण जो हम बताने जा रहे हैं उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। लक्शन दिखाने पर तुरंत चिकित्सा के की सहायता लेनी चाहिए। लक्षण कुछ इस प्रकार है।

सीने में दर्द
सांस फूलना
छाती में जकड़न
पर और हाथ सुन पड़ जाना
थकान महसूस होना
बहुत पसीना आना
दाहिने झगड़े में गले में हाथ में और पेट में दर्द होना।
चक्कर आना या बेहोश हो जाना
जी नहीं चलाना।

सर्दियों में हृदय रोगियों के लिए जोखिम बढ़ा सकती हैं कुछ सामान्य स्थितियां।
( Some common conditions can increase the risk for heart patients in winter. )

ठंड का मौसम हृदय रोगियों के लिए और मौसम के मुकाबले ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता। यह इनके लिए खतरनाक साबित होता है। सर्दियों के मौसम में रक्त ज्यादा घड़ा हो जाता हैं शरीर का तापमान कम होने की वजह से ब्लड की वेसल्स सिकुड़ जाती है। इस वजह से शरीर में रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो पता जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है। रक्त गाढ़ा होने की वजह से खून का प्रवाह धीरे हो जाता है इससे हार्ट की गति भी धीमी हो जाती है। सर्दियों में सामान्यतः सर्दी बुखार हो जाता है लेकिन यह सर्दी बुखार हृदय रोगियों के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता। सर्दियों में खून के थक्के जम जाने की भी पूरी संभावनाएं होती हैं।अगर हम सही लाइफस्टाइल चुने और सर्दियों के मौसम में  इन चीजों पर नियंत्रण करके हार्ट को हेल्दी रखने का सही तरीका अपना लेते हैं तो यह प्रॉब्लम्स हमसे कोसो दूर रहेगी।

सर्दियों के दिनों में हार्ट रोगियों को यह गलतियां नहीं करनी चाहिए।  ( Heart patients should not make these mistakes during winter. )

1 कम पानी पीना।
2 एक ही बार में ज्यादा भोजन कर लेना।
3 ठंडी चीजें ज्यादा खाना।
4 गर्म कपड़े न पहनना।
5 धूम्रपान करना ।
6 शराब पीना।
7 अत्यधिक वजन उठाकर चलाना।
8 वक्त पर दवाई ना लेना।
9 ज्यादा मीठा खा लेना।

सर्दियों में हार्ट मरीज इन टिप्स को अपने तो हेल्दी रहेगा हार्ट।  (Heart patients will keep their heart healthy if they follow these tips in winter. )

1 अपने आप को गर्म रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। 
2 शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।
3 सर्दियों में स्वस्थ आहार लें।
4 जैसी चिकित्सीय स्थितियों पर कड़ी नजर रखें मधुमेह,     रक्तचाप, गुर्दे और संवहनी समस्याएं। 
5 अपने आप को अत्यधिक परिश्रम न कराए।
6 अत्यधिक शराब के सेवन से बचें।
7 वजन को नियंत्रित रखें। एक ही बार में ज्यादा ना खाए।
8 सबसे रिंग फिंगर और छोटी उंगली के बीच में बिल्कुल नीचे  कलाई के अंदर वाले हिस्से पर प्रेशर प्वाइंट होता है। इसे  दबाते रहिए पूरे दिन में। जिसे अंगूठे की मदद से दबाने से  स्ट्रेस दूर होता है। ये हार्ट प्रेशर होता है। 
9 सर्दियों के मौसम में सूरज की किरणें कम होने के कारण विटामिन डी की कमी का एक विषय बन जाती है। इसीलिए सुबह की धूप लीजिए। अपनी डाइट में विटामिन डी युक्त भोजन शामिल करें।
10 अपने हाथ का ख्याल रखने के लिए अपने ब्रेकफास्ट को भी सही चुनाव करें ब्रेकफास्ट में होल ग्रेन, फल, ओमेगा 3 फैटी एसिड, अलसी, चिया सीड शामिल करें। यह हृदय में कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं।
11 खुद को हाइड्रेट रखें सुबह उठते ही एक गिलास पानी पिए। 
12 हल्की एक्सरसाइज करें। अनुलोम विलोम करें यह बहुत लाभकारी है हार्ट के लिए।

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